मै उत्तराखंड का उपनल कर्मी
मै उत्तराखंड का उपनल कर्मी !! (एक याद 'अजन्त' के पानी के नाम) 'अजन्त', मेरे बचपन का सबसे एक सबसे प्यारा दोस्त गांव घर में पानी ठीक करते करते कब उपनल कर्मी बन गया पता नहीं चला. गावो में सरकार द्वारा प्रदत पानी को शायद (इल स डी) का पानी कहा जाता था पर मेरे लिए वह सरकारी पानी 'अजन्त' का पानी ही था.... जो टाइम से आता था और टाइम से जाता था. गावो के अन्य नलों को तुलना ये अजन्त का पानी बहुत तेजी से आता था और तेजी तथा किसी पावर की मिलावट की वजह से सफ़ेद सा होता था. उन दिनों गां व में पानी के अपने निजी कई नल थे और साथ मै गांव के प्राचीन पानी के स्रोत (धारे और बोडियां) भी पानी से लबालब रहते थे. इसलिए तब इस अजन्त के पानी की ज्यादा जरूरत नहीं होती थी पर फिर भी जब भी गांव में पानी की थोड़ी सी भी कमी हुई तो 'अजन्त' के पानी की सबको जरूरत होती थी. बचपन से लेकर स्कूल के दिनों के बाद से उच्य शिक्षा तथा रोजगार के लिए देश से विदेशो की यात्रा की और एक तरह से पहाड़ो और देश से पलायन कर १२-१५ सालो से विदेश ही घर बन गया. फिर भी हर साल जब भी घर जाना हुआ वह अजन्त का पानी हमेशा...