कोशिश
तेरी ख़ामोशी को लिखने की कविता गीतों की कोशिश है अनकहे अधूरे संवादों की कड़ी जोड़ने की कोशिश है। जहाँ कही जो छूट गयी थी सम्मान सहृदय कोशिश है अनसुलझी अधखुली कड़ी की माला गाँठने की कोशिश है जिन राहों से भटक गए थे वापस जाने की कोशिश है साथ हाथ जो मिले नही उन्हें गले लगाने की कोशिश है रूठ गये जो वो जाने वाले पास बुलाने की कोशिश है मन ही मन में रहे सदा जो प्राण मूरत बनाने की कोशिश है छोटी सी अनजानी सी मधूर स्मृतियों की कहानी है तुम भी तुम रहो खामोश रहो मेरी अपनी बात कहने की कोशिश है