विश्वविद्यालय आवेदन या रोजगार के अवसरों के लिए संस्थागत जिम्मेदारियाँ:
आजकल शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारियां है कि वो विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र, ट्रांसक्रिप्ट्स , रेकमांडेशन लेटर और शिक्षा तथा अन्य समाजोपयोगी कार्यों में उनके लेखे जोखो को उच्य शिक्षा संस्थानों या रोजगार प्रदान करने वाली कंपनियों को मुहैया करवाए। कुछ शिक्षण संस्थाए उनमे बड़ी गोपनीयताये बरतती हैं जबकि कुछ काफी ट्रांसपेरेंसी। यूँ तो दोनों पक्षों को देखा जाय तो दोनों सही हैं , वो जो छात्र को बिना बताये सीधे उच्य शिक्षा संस्थानों या रोजगार प्रदान करने वाली कंपनियों को भेज देते हैं , या वो जो स्टूडेंट्स हो दिखाकर या तो उन्हें देते है या सीधे उच्य शिक्षा संस्थानों या रोजगार प्रदान करने वाली कंपनियों को भेज देते हैं। वो जो अपने पास सारे कागज़ गोपनीय तरीके से रखते हैं उनका मानना होगा कि स्टूडेंट्स कागज़ों के गलत उपयोग न कर दें या फिर वो उससे अपनी जिम्मेदारी मानते हों । दूसरी तरफ वो संस्थान जो स्टूडेंट्स के शैक्षणिक प्रमाण पत्र, ट्रांसक्रिप्ट्स , रेकमांडेशन लेटर और शिक्षा तथा अन्य समाजोपयोगी कार्यों में उनके लेखे जोखो को जरूरत पड़ने पर स्टूडेंट...