बस यहीं अरमान
इच्छाओं के आसमान पर मुकम्मल एक चाँद है, साधकर अर्जुन खडा मन लिए अभिताप है, जीतना हर कोशिश पर नही केवल एक मार्ग है , साथ रहे अहसास तेरा मन में बस यहीं अरमान है । संघर्षों की धुरी पर घुमता एक प्रयास है , पालकर विश्वास अपना मन लिए करतार है। मक़सद नही हर लक्ष्य का, संतोष ही संस्कार है । याद रहे सम्मान तेरा, मन का बस यहीं अरमान है।