जाने किस पर
जाने किस पर क्या बीती है जाने कौन हँसा रोया है तु भी चुप है मै भी सीमित जाने क्या खोया पाया है जाने किस पर सोच गयी है जाने कौन अधूरा सा है तु भी बहा है मैं भी स्थिर जाने क्या संग चला है जाने किस पर हाय लगी है जाने कौन रूठा सा है तु भी सूना है मैं भी खाली जाने क्या सुना कहा है