तुझे क्या लिखूं
तुझे क्या लिखूं चमकता हिमालय या खिसकता पहाड़ गिरता सा सौरम्य झरना या बहती सी नदिया तुझे क्या लिखूँ फैला आसमान या संकुचित दरिया सतरंगी रंगो का इंद्रधनुष या आधा चन्द्रमा तुझे क्या लिखूँ बचपन का वो जुगुनू या झील की शंखपुष्पी कस्तूरी की मृगतृष्णा या सहरा की मरीचिका तुझे क्या लिखू अलसायी सी बेल या भूली सी डगर यादो की कोई पहेली या संग चलती कोई परछाई ...