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Showing posts from May 18, 2025

जज्बात रिश्तों के

 कहीं तेरे बुलावे हैं  कहीं मंजिल मेरी अपनी  सरासर पाक रिश्ते हैं  खुले  बंधते हैं सांसो में  उनमे क्या रखा है  देखना जज्बात रिश्तों के  कभी मन मार कर अपना  मुझतक दौड़ आना तुम  कुछ एक दोस्त तेरे हैं  कहीं पहचान मेरी है  कतारें हैं जो कामों की   समयों के अभावों में  बातों में रखा क्या है  देखना जज्बात रिश्तों के  कभी सब छोड़ कर आना  हमारे गांव कस्बों में  कुछ एक फर्ज तेरे हैं  अधूरे सपन मेरे हैं  रुके जो काम हैं अपने  मनों के रूठ जाने में  गुस्से में रखा क्या है  देखना जज्बात रिश्तों के  कभी सब त्याग कर आना  मेरी खली सी दुनियाँ में  

कहीं दूर

एक नदी बहती गाँव मेरे एक सफर सूना है मन मेरे पहाडों से लौटकर आवाज आती तो है खनक है कि मन कहीं बसी है मेरे तकता है एक सपना गिनता है दिन कई ढकता है नकाब उजडता है मन कहीं रात के अन्धेरे का एक सूनापन बुलाता है भटकता सा मन कहीं नजर है कि दूर जाती है कहीं मन है कि सहमता है साहस कहीं वो न्यौतों का दौर अब खत्म सा खण्डहर  तो है मन पर जिन्दा भी है अभी

छात्र कल्याण: (Student' Well- being) केवल शब्द नहीं, एक वास्तविक जिम्मेदारी

  छात्र कल्याण: केवल शब्द नहीं, एक वास्तविक जिम्मेदारी आजकल की शिक्षा व्यवस्था में "छात्र कल्याण" एक प्रमुख विषय बन चुका है। यह प्रयास किया जाता है कि विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, उन पर कोई मानसिक या शारीरिक दबाव न डाला जाए और उन्हें जबरदस्ती किसी चीज़ के लिए विवश न किया जाए। शिक्षा संस्थानों का प्रयास होता है कि विद्यार्थियों के साथ सदैव संवेदनशील, सहायक और सम्मानजनक व्यवहार किया जाए। छात्र कल्याण  का तात्पर्य है विद्यार्थियों का  संपूर्ण मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक, शारीरिक और शैक्षणिक स्वास्थ्य । यह इस बात का संकेतक है कि विद्यार्थी विद्यालय में कितने सुरक्षित, समर्थित और प्रेरित अनुभव करते हैं, तथा वे जीवन की विभिन्न चुनौतियों का सामना किस प्रकार करते हैं। भावनात्मक कल्याण  के अंतर्गत विद्यार्थियों का भावनात्मक रूप से संतुलित, खुश और आत्म-सम्मान से परिपूर्ण होना आवश्यक है। उनमें तनाव, भय या चिंता से निपटने की क्षमता होनी चाहिए और जीवन के प्रति आशावादी दृष्टिकोण विकसित होना चाहिए। सामाजिक कल्याण  यह सुनिश्चित करता है कि विद्यार्थियों के सहप...