विश्वविद्यालय आवेदन या रोजगार के अवसरों के लिए संस्थागत जिम्मेदारियाँ:

 आजकल शिक्षण संस्थानों  की जिम्मेदारियां है कि वो विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र, ट्रांसक्रिप्ट्स , रेकमांडेशन लेटर और शिक्षा तथा अन्य समाजोपयोगी कार्यों में उनके लेखे जोखो को उच्य शिक्षा संस्थानों या रोजगार प्रदान करने वाली कंपनियों को मुहैया करवाए।  कुछ शिक्षण संस्थाए उनमे बड़ी गोपनीयताये बरतती हैं जबकि कुछ काफी ट्रांसपेरेंसी।  यूँ तो दोनों पक्षों को देखा जाय तो दोनों सही हैं , वो जो छात्र को बिना बताये सीधे उच्य शिक्षा संस्थानों या रोजगार प्रदान करने वाली कंपनियों को भेज देते हैं , या वो जो स्टूडेंट्स हो दिखाकर या तो उन्हें देते है या सीधे उच्य शिक्षा संस्थानों या रोजगार प्रदान करने वाली कंपनियों को भेज देते हैं।  

वो जो अपने पास सारे कागज़  गोपनीय तरीके से रखते हैं उनका मानना होगा कि स्टूडेंट्स कागज़ों के गलत उपयोग न कर दें या फिर वो उससे अपनी जिम्मेदारी मानते हों । दूसरी तरफ वो संस्थान जो स्टूडेंट्स के शैक्षणिक प्रमाण पत्र, ट्रांसक्रिप्ट्स , रेकमांडेशन लेटर और शिक्षा तथा अन्य समाजोपयोगी कार्यों में उनके लेखे जोखो को जरूरत पड़ने पर  स्टूडेंट्स या उनके परिवारों को या फिर उच्य शिक्षा संस्थानों या रोजगार प्रदान करने वाली कंपनियों को मुहैया करवा देते है वो स्टूडेंट्स को एक तरह कि जिम्मेदारियां जरूर देते हैं कि ये आपका जीवन है एक आपके कागज़ हो सही से आंकलन के  बाद उपयोग में लाए जाये तो आप अपने लिए सही संस्थानों का चयन कर सकते हैं।  

निर्णय शिक्षण संस्थाओ का अपना है पर विद्यार्थियों को ये जिम्मेदारियां देना भी उन्हें एक तरह से और क्षमतावान बनाना ही है ताकि वो अपने लिए सही से निर्णय ले सके।  ये कागजात इसलिए स्टूडेंट को देना जरूरी है ताकि कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रवेश निर्णय लेने के लिए शैक्षणिक प्रमाण पत्र, ट्रांसक्रिप्ट्स , रेकमांडेशन लेटर और पूर्वानुमानित ग्रेड का उपयोग करते हैं। पाठ्यक्रम के चयन में  शैक्षणिक प्रमाण पत्र, ट्रांसक्रिप्ट्स , रेकमांडेशन लेटर और पूर्वानुमानित ग्रेड यह निर्धारित करने में मदद करते हैं कि कोई छात्र आगे की शिक्षा में कौन से पाठ्यक्रम ले सकता है। कभी कभी  पूर्वानुमानित ग्रेड को बढ़ाना या घटाना  छात्रों के लिए प्रेरक हो सकता है। ये भी जरूरी है कि पूर्वानुमान,  रेकमांडेशन लेटर और पेशेवर निर्णय, विशेषज्ञता और अनुभव पर आधारित होना चाहिए और जो सही के समीप होना चाहिए ।


Institutional responsibilities for University Applications or Employment opportunities : 

( An observation on issuing students' academic certificates, transcripts, Predicted grades, recommendation letters, and records of their educational and community service activities) 

 

Educational institutions today have the responsibility to provide students' academic certificates, transcripts, recommendation letters, and records of their educational and community service activities to higher education institutions or prospective employers. Some institutions handle these matters with strict confidentiality, while others adopt a more transparent approach.


Looking at both perspectives, both approaches have their merits. Institutions that directly send these documents to higher education institutions or employers without informing students may believe this ensures authenticity and prevents misuse. On the other hand, institutions that provide these documents to students or their families—or directly to higher education institutions or employers with the students' awareness—encourage students to take ownership of their academic and professional decisions.


Institutions maintaining strict confidentiality may consider it their responsibility to safeguard the documents to avoid potential misuse by students. Conversely, institutions adopting a more open policy by providing students access to their academic certificates, transcripts, recommendation letters, and records enable students to make well-informed decisions about their future. This practice fosters a sense of responsibility among students, empowering them to choose the right institutions or career paths.


It is ultimately the institution's prerogative to decide its approach. However, entrusting students with this responsibility also makes them more capable of managing their own decisions. These documents are crucial for college and university admissions, where academic certificates, transcripts, recommendation letters, and predicted grades are often used to assess a student's suitability for specific programs.


In many cases, predicted grades can motivate students by providing insight into areas for improvement. However, it is essential that these predictions, recommendation letters, and other evaluations are based on professional judgment, expertise, and experience and reflect accuracy to the greatest extent possible.


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