कहाँ अपना मेल प्रिये

तुम देहरादून सा बसता कुनवा मै खिसकता पहाड हूँ 
तुम छापे पड़ती मीसा सी मै मोदी सा यायावर हूँ 

तुम कश्मीरीयत सी कोपल हूं मै कांवड़ियों सा मनमौजी हुँ
तुम आतंकवाद के मानवाधिकार मै जान गँवाता फौजी हूँ ......

#फिरकहाँअपनामेलप्रिये"

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