तू परेशान न होना
अभी तो तुफानो के जोर चलेंगे
बादल संकटो के मंडराएंगे
हर अंगुली भी उठ सकती हैं तेरी तरफ
तेरे दोस्तों ने बोये हैं शंकाओ के बीज
झूट की परत शायद न हटे
सच्चाई से भी शायद काम न चले
हर कोई कुछ सवाल भी करेगा
ये जाल बुना हैं तेरे अपनों ने ...
मेरा रिश्ता स्नेह का हैं व्यापार का नहीं
ये तूफान मेरे स्नेह को झुका न पाएंगे कभी
बादल दुबिधा के छट ही जायेंगे एक दिन
बस तू परेशान न हो जाना
दूरियां तेरे दोस्तों से हैं हम दोनों के मनो की नहीं
बंधन ये सम्मान का हैं जिद तुझे पाने की नहीं
मै दौड़ा आवूंगा तुझ तक आज भी
बस तू परेशान न हो जाना .......
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