मेरे हर गीत में
प्रेम गीतों का सौंदर्य रहा तू
'खुदेड़' गीतों में याद रहा तू
प्रकृति का सौंदर्य रहा तू
मेरे हर गीत का मीत रहा तू
जागृत करता स्वर रहा तू
आंसू बहाता स्नेह रहा तू
ढाँढस बढ़ता उत्साह रहा तू
मेरे हर गीत का प्रीत रहा तू
पास बुलाती मंजिल रहा तू
दूर होते स्वप्न रहा तू
'मन' की भागती आस रहा तू
मेरे हर गीत की रीत रहा तू
दूर तिमिर का सूरज रहा तू
घनघोर रातों का चाँद रहा तू
आशा की एक किरण रहा तू
मेरे हर गीत का छंद रहा तू
'खुदेड़' गीतों में याद रहा तू
प्रकृति का सौंदर्य रहा तू
मेरे हर गीत का मीत रहा तू
जागृत करता स्वर रहा तू
आंसू बहाता स्नेह रहा तू
ढाँढस बढ़ता उत्साह रहा तू
मेरे हर गीत का प्रीत रहा तू
पास बुलाती मंजिल रहा तू
दूर होते स्वप्न रहा तू
'मन' की भागती आस रहा तू
मेरे हर गीत की रीत रहा तू
दूर तिमिर का सूरज रहा तू
घनघोर रातों का चाँद रहा तू
आशा की एक किरण रहा तू
मेरे हर गीत का छंद रहा तू
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