मेरे गीत
जब शब्द नही निकलते
तो लिख लेता हूँ मैं
चुपचाप तुझे सोचते हुए
मैं नही मेरे गीत बोलते हैं
चुप तुम भी हो हम भी हैं
और शब्द निकलते नही
कहना भी है सुनना भी है
इसी उम्मीद मे लिखे जा रहा हूँ
तुम सपने सच करलो
मै भी सपनों की राह देख लूँ
कुछ तुम भूल जाओ मै याद रखूँ
और इन बहती भावनाओ के गीत रच दूँ
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