वो चेहरा
जहाँ दूर तक नज़र गयीं
तु भी उन चेहरों में था
खामोश रहा है जब भी जीवन
तु बोलते उन उद्दगारों में था ।।
जहाँ सुस्ता गया समय भी
तु भी उन राहों में था
सुनसान रहा ये जीवन जब भी
तु निशब्द उन अहसासों में था ।।
जहाँ उमंग उत्साह रहा है
तु उन पलों का परिचायक था
पाया कुछ खोया जब जीवन में
तु कहीं किसी कोने में खडा दिखा है ।।
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