समय तो लगेगा
एक नए रास्ते पर चली है नदी
कुछ समय तो लगेगा इस प्रवाह पर
काटकर तटबंध तोड़े तो हैं
कुछ समय तो लगेगा उस गंतव्य तक
एक मन जो सदा जीता अपनों को रहा
कुछ समय तो लगेगा खुद के जीने लिए
बांधकर तो रखा मन उड़ने को है
कुछ समय तो लगेगा इस पहचान पर
एक कण जो रहा लाख भ्रांतियां लिए
कुछ समय तो लगेगा उस संदेह पर
जोड़कर पुल मनों के सजेंगे तो हैं
कुछ समय तो लगेगा इस अवरोध पर।।।।
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