कुछ इंतजार

 

कुछ इंतजार कुछ लम्बे होते हैं 

जो दूर होते हैं वो पास होते हैं 

पाया तो बहुत कुछ है जीवन में 

कभी खोते हुए पल भी अच्छे लगते हैं 


मिलना न मिलना दो  पहलु हैं 

फिर भी सिक्के अपने पास होते हैं 

उछाला तो बहुत कुछ है जीवन ने 

कभी ठहरते पल भी अच्छे लगते हैं 


कोई आये न आये बेकरार तो हैं  

शंका के बादल देर से साफ़ होते हैं

ढूंढा तो बहुत कुछ हैं अँधेरे में  

प्रयासों के कदम कामयाब होते हैं 

Comments

Popular posts from this blog

कहाँ अपना मेल प्रिये

दगडू नी रेन्दु सदानी

कल्पना की वास्तविकता