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Showing posts from April 4, 2021

कोई होगा

  कभी रेत पर कुछ उकेरा जो  होगा  कभी लिख के कुछ तो मिटाया जो होगा  गुनगुनाये कभी गीत होंगे जो तुमने  कोई आहटों में   आया  तो होगा कभी फ़ोन पर कुछ टटोला तो होगा  कभी चित्र कोई मिटाया जो होगा  बड़बड़ाये कभी शब्द होंगे जो तुमने  कोई अजनबी याद आया तो होगा  कभी राह में कुछ तो भूला जो होगा  कभी ढलती शामों को देखा तो होगा  फूलों को जब भी निहारा जो  होगा  कोई मुस्कुराहट में आया तो होगा