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Showing posts from March 12, 2023

पाना या मिटना है

 लहर लहर लहराता जीवन नाँव थफेंडे खाती है   मेरा तो सागर है खेवैया  पार लगाकर जाता है  उम्मीदों की किरण दिखी है  जगमग सूरज उगता है  मेरी इन अधियारी रातों  टीम टीम तारा खिलता है  परवान लगे कुछ पंख उगे हैं हवा संग ले जाती है  मेरे दिन तूफान समेटे  जोर लगाकर अकड़े हैं  रज रज धूलि मिल जावूंगा  कण कण बिछ सा जावूंगा  मेरा एक सपन  जीवन हैं  पाना है या मिटना है

सफर तुझ तक

 तन्हा हूँ सफर साथी  विचार-ओ-मन जले से हैं  धधकती एक अग्नि है  मुझे बरसात दे साकी भीगा जिस भी राहों हूँ  सफर तुझ तक ही जाता है  मुश्किल से पहाड़ो पर  रस्ते बन ही जायेंगे  तुझसे हमसफ़र कोई  राहों साथ होना है  आशाओं का दामन तु सफर तुझ तक ही जाता है  तु ही वो नीर पावन है  तु ही अग्नि हवन मुझको  तु मन की एक मुक्ति  है  तु ही अभिमान है साथी  तृप्ति है समर जीवन तु  सफर तुझ तक ही जाता है