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Showing posts from March 26, 2023

मिलना था

एक लम्बी प्रतिक्षा थी तु सफर की कमशमकश थी तु मिले हैं अब कि सोच होगी विधाता की इस साथ की जरूरत थी तु ।। यूँ तो अकेले भी सफर तय हुऐ थे कई पर एक सफर साथ की किस्मत थी तु खोना पाना सब तय था मीलों पहले मिलन के लहरों का समुन्दर थी तु एक ठहरी सी जलधारा थी तु हिमालय की आराधना थी तु आना था जमीं पर तुझे मेरे लिए मेरे अहसासों की मूरत है तु।