कभी यूँ रहा

कभी कमी सा लगा
कभी तेरे बिना अधूरा रहा
यूँ शामिल रहा तू जिंदगी में
कभी अपनों सा लगा कभी पराया रहा

कभी नाराज़ सा दिखा
कभी तेरे बिना उदास रहा
यूँ शामिल रहा तू जिंदगी में
कभी सबसे दूर लगा कभी पास रहा

कभी कुछ कहता सा लगा
कभी तेरे बिना खामोश रहा
यूँ शामिल रहा तू जिंदगी में
कभी जुबां पर रहा कभी मन में रहा 

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