करते करते

देखा है तेरी नाव लहरों मे गोते खाते
देखा है तेरे शब्दों को मिटते हुऐ 
अहसासों पर विश्वास करते करते
हर विश्वास को झूठा पाया 

देखा है तुझे गुमसुम, कभी चहचहाते
जिनसे दूर बताता था उनके पास जाते 
सादगी पर विश्वास करके करते 
हर सादगी मे एक चालबाज़ देखा 

देखा है तेरी नज़रों को झुकते 
देखा है तेरा क़दमों को ठिठकते 
सच्चाई पर विश्वास करते करते
हर सच्चाई से एक धोखा मिलता पाया 


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