दर्द सुहाना

तुम क्या जानों पत्थर के
पूजन का क्या मतलब होता है 
तुम क्या जानों खोने का 
जो दर्द  सुहाना होता है
तुमने जाना पत्थर होना 
तुमको आया दर्द लिखाना 

तुम क्या जानों धरती की
पीड़ा का क्या मतलब होता है 
तुम क्या जानों रोने का 
जो दर्द सुहाना होता है 
तुमने जाना सीना गुंथना
तुमको आया आस छुड़ाना 

तुम क्या जानो पेड़ों के
आँसू का क्या मतलब होता है
तुम क्या जानों ग़ज़लों का
जो दर्द सुहाना होता है 
तुमने जाना छोड़के जाना
तुमको आया ना साथ निभाना

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