तु खोया नही

तु सुनता भी है 
जताता भी है 
मानता भी है 
भागता भी है 
दूरियों मे 
हो पर पास है 
तु छुपता तो है 
पर ओझल नही 

नज़र मे रखता है 
फेर भी लेता है
झकझोरता भी है 
खामोश भी रहता है 
खो जाता है 
तो मिल भी जाता है 
तु छुपता भी है 
पर खोया तो नही 


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