रोशन चिराग

मेरी उम्मीदों के पंख उगें न उगें
हवाओं के रुख का इशारा ही काफी है
मंजिलों की तलाश में
कुछ रोशन चिराग ही काफी हैं

फसलें आशाओं  की उगें न उगें
बीज के जमने असर ही काफी हैं
बढ़ने की छोटी सी तलाश में
ठूँठ का सहारा ही काफी हैं

कुछ कर  सकें न कर सकें
कोशिशों का सिलसिला ही काफी हैं
हताश हाथ पर हाथ धरे न बैठें
प्रयासों में गिर भी जाएँ तो काफी हैं 

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