तेरा दिन

 तेरे दिन पर मेरे मन का कुछ चुप रहना ही अच्छा है 

खोना पाना जीवन तुझसे मौन में जीना अच्छा है 

संबंधों के तार जुड़े जब  सुधि को तेरी पाया है 

मैंने यूँही  तब से जीवन  तेरे साथ बिताया है 


तेरे दिन पर मेरे मन का कुछ खो जाना अच्छा है 

जीवन का जो सार रहा है उससे जानना अच्छा है 

बंधन में जब रहा है ये मन मनन तेरा ही आया ही 

मैंने यूँही  तब से जीवन  तेरे साथ बिताया है 


तेरे दिन का भरम रहा जो सच पाना ही अच्छा है 

लुका छुपी का ताना बाना खोल आसमा अच्छा है 

तू अब है जब नहीं भी था तो हर पल साथ मनाया है 

मैंने यूँही  तब से जीवन  तेरे साथ बिताया है 


तेरे दिन का अहसास रहा वो जीवन जीना अपना है 

हो तू दूर कहीं भी लेकिन पास रखना तुझको अच्छा है 

कविता की इन क्यारियों में फूल तेरा ही उगाया है 

मैंने यूँही  तब से जीवन  तेरे साथ बिताया है 

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