कोशिशें

कोशिशें तो हैं सदा तेरी बात पर अमल रहूँ
तु कहे तो जाग लूँ सदा तु कहे तो आँख मून्द लूँ
जीवन का एक सत रहा तु रहा है नीव पर खङा
ये ईमारतें हैं आस की तेरे बल से मैं खङा रहा 

कोशिशें तो हैं सदा तुझे आगोश में समेट लूँ
तु कहे तो मांग लूँ सदा तु कहे तो देखता रहूँ
जीवन की एक राह है तु ङगर मेरी मंजिल की है
ये मील के पत्थर हैं जो तेरी आस पर चलता रहा

कोशिशें तो हैं सदा तुझे मानक बना के पूज लूँ
तु कहे तो मौन हूँ सदा तु कहे तो बोलता रहूँ
जीवन की एक चाह है तु सफर मेरी सांसों का हो
ये दीप अब जले हैं जो अखण्ङ से रहैं सदा

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