एक तारा

 कुछ कसमें खायी हैं मैंने कुछ कसमें तोड़ी हैं मैंने 

कुछ जीवन की राहों में उम्मीद जगायी है मैंने 

आशाओं की धरती पर एक पौध लगायी है मैंने 

एक किरण को आते देखा है छन कर रोशनदानों से 

खेत प्रेम का जोता है बहते से तेरे आंसू से 


कुछ भुवनं हथेली पर लेकर विश्वास जगाया है तुमने  

कुछ काँपते अधरों से आवाज लगायी है तुमने 

सुखी पड़ी कुछ क्यारियों में फसल आस की बोई तुमने 

एक नदी का उद्गम देखा है मिलकर एक हिमानी से 

रजकण चमकते देखा है विश्वासों के नीव तले


कुछ अंतर्मन का कलह हटा जो सोपान सजाये हैं हमने 

कुछ फैले से आसमान में इंद्रधनुष सजाया हमने 

बिछड़े  राहों पर मिलकर फिर नदीद्वीप बनाया हमने 

एक ममता  का त्याग देखा है मिलकर एक हिरणी से 

एक तारा टिम टिम देखा है ओखल के अंधियारे मै

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