तेरा साथ

 विरामों के कहाँ कब बाद 

सांसो का सफर होगा 

वो ही जीवन गिना हमने 

वो तेरा साथ जितना हो 


नैपथ्यों के कहाँ कब पार 

मंचन ये सफल होगा 

वो ही जाना है सच हमने 

वो तेरा साथ जितना हो


उम्मीदों के कहाँ कब पार 

जीवन के ये सफर होगा  

वो ही रास्ता है तय करना 

वो तेरा साथ जितना हो


रिश्तों के कहाँ कब पार 

अपनों सा मकां होगा 

वो अपनापन जिया हमने 

वो तेरा साथ जितना हो


समर्पण के कहाँ कब पार 

आहों  का मिलन होगा 

वो ही खुशबू को जीना है 

वो तेरा साथ जितना हो


रातों के कहाँ कब पार 

बातों का सफर होगा 

वो रातें जीयी हमने 

वो तेरा साथ जितना हो

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