तस्वीरें

 कुछ तस्वीरें मन में होती 
कुछ यूँही खिंच जाती हैं 
कुछ रिश्तों की मर्यादा 
कुछ अहसास कराती हैं 

याद समाये हर पल की 
कुछ यादें दे जाती हैं 
किसी के नाम किताबें होती 
कुछ पन्नों में दब जाती हैं 

सपन सजोये हर रिश्ते की 
कुछ चुपचाप छुपाई जाती हैं 
किसी के नाम पे घर होता है 
कुछ घर में सजाई जाती हैं 

मधुरम मन की स्मृतियों की 
कुछ आगोश समाती हैं 
कुछ लगती है अपनी सी 
कुछ परायी कर जाती हैं 

तस्वीरें हर यादों की 
एक कहानी कहती हैं 
कुछ मंजिल तक जाती हैं 
कुछ राह तांकते रहती हैं 


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