हाथ मेरा पकड़ोगे तुम

 क्या अबके जब फिर बारिश होगी 
हाथ मेरा पकड़ोगे तुम 
छोड़ के सारी लोक लाज सब 
संग मेरे भीगोगे तुम ? 

क्या अबके जब फिर घिरेंगे बदरा
बाहें भर जकड़ोगे तुम 
सुध बुध अपनी खोकर सब 
संग मेरे नाचोगे तुम ? 

पीली सरसों तीतर बोले 
क्या आवाज़ लगाओगे तुम 
मिला के सुर में सुर मेरे 
क्या मेरे संग गाओगी तुम ? 

क्या जब लम्बी कोई सड़क रहे 
मेरे साथ बैठोगी तुम 
देकर अपना हाथों हाथ 
क्या मेरा हाथ पकड़ोगी तुम ?

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